Wednesday, January 22, 2020

دراسة: شخصية ترامب أدت إلى تغير نظرة العالم إلى الولايات المتحدة

أظهرت دراسة جديدة أن رئاسة دونالد ترامب كان لها "أثر كبير في وجهة نظر العالم تجاه الولايات المتحدة".

واعتمدت الدراسة، التي أجراها مركز بيو للبحوث، على مقابلات مع نحو 40.000 شخص من 37 دولة في العالم هذا العام.

وخلصت الدراسة إلى أن رئيس الولايات المتحدة وسياساته "لا يحظيان بشعبية في أنحاء العالم".

وكشفت الدراسة أن بلدين فقط من بين 37 بلدا، أبديا رأيا أفضل في ترامب من الرئيس السابق باراك أوباما، وهما إسرائيل وروسيا.

لكن الدراسة أشارت إلى أن كثيرين - مع ذلك - يشعرون بأن علاقات بلادهم مع الولايات المتحدة لن تتغير خلال السنوات المقبلة.

وتمت الدراسة في الفترة الممتدة بين 16 فبراير/شباط و8 مايو/أيار، ومن النتائج التي انتهت إليها:

فقد سئل المشاركون المستطلعة آراؤهم في نهاية عهد أوباما وبداية فترة ترامب إن كانوا يثقون في أن ترامب سيفعل ما هو صائب بالنسبة لشؤون العالم.

وكانت إجابات بعض حلفاء أمريكا (وروسيا) على النحو الآتي:

لم يضع ترامب وقتا في إثبات بصمته في الشؤون العالمية - موضحا أن على دول حلف شمال الأطلسي دفع مستحقاتها بالكامل، ومشجعا دول الخليج على عزل قطر في الأسابيع الأخيرة.

وهزت رئاسة ترامب الحلفاء القدماء إلى درجة أن المستشارة الألمانية، أنغيلا ميركل، قالت، عقب لقائها بالرئيس، إنها شعرت بأن أوروبا لا يمكنها بعد الآن "الاعتماد التام" على حليفها القديم.

والحقيقة هي أن فقدان الثقة في ترامب كان أكثر وضوحا بين الحلفاء التقليديين للولايات المتحدة - فبينما كان 86 في المئة من الألمان يثقون في أوباما، فإن 11 في المئة فقط يثقون في ترامب.

ولكن ترامب تمكن خلال الخمسة أشهر الأولى من توطيد علاقته مع أصدقاء مهمين - في زيارته إسرائيل، والسعودية، وبلدان أخرى في وقت سابق.

وآتى تركيزه على العلاقة مع إسرائيل بنتائج جيدة، انعكست في آراء الإسرائيليين الذين أظهرت آراؤهم شعبيته لديهم، وعدم شعبية أوباما.

ومن بين الدول التي تفضل الرئيس الأمريكي الحالي، الهند، التي التقى رئيس وزرائها بترامب الاثنين، إذ أبدى 40 في المئة من الهنود المستطلعة آراؤهم ثقة فيه، مقارنة بـ58 في المئة قالوا إنهم يثقون في أوباما.

وسئل المشاركون كيف يقيمون ترامب في ضوء صفات معينة. وهذه ثلاث إجابات من ثلاث قارات مختلفة.

من بين جميع السمات المختبرة، الإيجابية والسلبية، يوصف ترامب في الأغلب بأنه مغرور، بحسب ما تقوله الدراسة.

ورأى أكثر من نصف المشاركين - في 26 بلدا من بين 37 - أن ترامب خطِر.

لكن آراءهم تتغير طبقا لتوجه المشارك، فإذا كان المشارك ذا توجه يساري، فإنه من المحتمل أكثر أن يرى ترامب شخصا خطرا.

أظهرت نتائج الدراسة عدم شعبية القرار التنفيذي الذي أصدره ترامب بحظر السفر على مواطني بعض الدول الإسلامية بين 62 في المئة من المستطلعة آراؤهم في 37 بلدا.

لكن أغلبية المشاركين في ثلاث دول فقط، وهي إسرائيل والمجر وروسيا، أيدت القرار.

أما الدول ذات الأغلبية المسلمة من السكان، فلم ينل قرار الحظر فيها أي شعبية. ويأتي الأردن في صدارتها، بنسبة 96 في المئة، ثم لبنان (88 في المئة)، ثم السنغال (82 في المئة). وجميعها أبدت عدم ارتياح للقرار.

هذا ما قاله عدد كبير من المستطلعة آراؤهم من بين 40447 شخصا أجرى مركز البحوث مقابلات معهم.

وقد يكون بعض الناس قلقا بشأن ما الذي يعنيه ترامب بالنسبة إلى بلده، وقد يراه كثيرون شخصا مغرورا، أو خطرا، غير أن هذا لا يعني أن رئاسته سيكون لها أي تأثير عليهم.

وهذا بطبيعة الحال لا ينطبق على الجميع، إذ إن متوسط 41 في المئة من الناس يعتقدون أن علاقة بلدانهم مع الولايات المتحدة ستظل كما هي.

بينما يعتقد 15 في المئة فقط أن العلاقة ستتحسن، وبعض البلدان الأخرى شديد التفاؤل، خاصة في إفريقيا - إذ إن 54 في المئة من النيجيريين، و51 في المئة من الغانيين يعتقدون بتحسن علاقات بلادهم مع أمريكا. وكذلك يرى 53 في المئة من الروس، الذين أبدوا تفاؤلا بشأن وضع العالم في ظل وجود ترامب في البيت الأبيض، بحسب ما تقوله الدراسة.

Thursday, January 9, 2020

कुलपति को हटाने के लिए छात्रों का मानव संसाधन मंत्रालय के सामने प्रदर्शन, पुलिस ने लाठीचार्ज किया

जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष आइशी घोष का सिर किसने फोड़ा, एबीवीपी छात्रों के हाथ किसने तोड़े, जेएनयू में लाठी डंडे कैसे आए?मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

वो नक़ाबपोश कौन थे? ये कुछ ऐसे सवाल हैं जिनके जवाब दिल्ली पुलिस तलाशने की कोशिश करेगी.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

लेकिन दिल्ली पुलिस लगभग चार साल बाद भी ये पता नहीं लगा पाई है कि 9 फरवरी 2016 की शाम जेएनयू में 'भारत तेरे टुकड़े होंगे' नारे किसने लगाए.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

ऐसे में 5 जनवरी की शाम खून ख़राबा करने वाले व्यक्तियों, संगठनों तक कब पहुंच पाएगी, ये वक़्त ही बताएगा.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

बीबीसी ने इस विश्वविद्यालय के छात्रों, छात्रसंघ नेताओं, शिक्षकों और सुरक्षाकर्मियों से बात करके उन बिंदुओं की पड़ताल की है जो 5 जनवरी की शाम हुई हिंसा के लिए ज़मीन तैयार करते हुए दिखते हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

शाम लगभग 5 से 7 के बीच अचानक इंटरनेट पर एक तस्वीर और वीडियो वायरल होता है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

इस वीडियो में जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष आइशी घोष के सिर से ख़ून बहता हुआ दिखता है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

देखते ही देखते इंटरनेट पर ये वीडियो वायरल हो जाता है और कई पूर्व छात्र, मीडियाकर्मी जेएनयू कैम्पस में दाख़िल होने लगते हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

देर शाम तक जेएनयू के दो दर्जन से अधिक छात्र गंभीर चोटों के साथ एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती हो जाते हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

इसके बाद इंटरनेट पर वो वीडियो प्रसारित होने लगते हैं, जिनमें कुछ नकाबपोश हाथ में लाठियां और धारदार हथियार लिए छात्रों को मारते और भगाते हुए दिख रहे हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

इसके बाद एक वीडियो आता है जिसमें कई नक़ाबपोश हाथों में लाठी-डंडे लिए बिना किसी रोकटोक के यूनिवर्सिटी कैम्पस से बाहर निकल हुए दिखते हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

लेकिन सवाल उठता है कि आख़िर जेएनयू में बाहरी लोग कैसे आए और उन्हें अंदर लेकर कौन आया?मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

सवालों के घेरे में जेएनयू प्रशासन
आमतौर पर जेएनयू कैम्पस में बाहरी लोगों का आना आसान नहीं है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

मीडियाकर्मियों तक को जेएनयू में प्रवेश करने से पहले मुख्य द्वार के पास मौजूद सुरक्षाकर्मियों के पास एंट्री करनी होती है. नाम, मोबाइल नंबर, उसका नाम जिससे मिलना होता है आदि एंट्री रजिस्टर में लिखना होता है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

यही नहीं, जिस व्यक्ति से आप मिलने गए हैं, उनकी बात मुख्य द्वार पर तैनात सुरक्षाकर्मियों से करानी होती है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

सुरक्षाकर्मी पूरी तरह आश्वस्त होने के बाद ही किसी भी व्यक्ति को जेएनयू परिसर में जाने की इजाज़त देते हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

ऐसे में इतनी चाकचौबंद व्यवस्था होने के बाद भी बाहरी लोग जेएनयू में कैसे घुसे...?मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

जेएनयू की सिक्यूरिटी टीम इस समय भारतीय सेना के रिटायर्ड जवानों से लैस है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

ऐसे में सेना की ट्रेनिंग वाले सुरक्षाकर्मियों के रहते हुए जेएनयू परिसर में लाठी-डंडे कैसे पहुंचे?मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

जेएनयू प्रशासन ने अपनी ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में इन सवालों के जवाब नहीं दिए हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

लेकिन जेएनयू वीसी की ओर से 5 जनवरी, 2020 को जारी इस पत्र में ये बताया गया है कि पांच जनवरी को घटी हिंसक घटना के तार बीते पांच दिनों से यूनिवर्सिटी कैम्पस में जेएनयूएसयू और एबीवीपी छात्रों के बीच जारी संघर्ष से जुड़े हुए हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

लेकिन सवाल उठता है कि नए साल के पहले हफ़्ते में ऐसा क्या हुआ जिसकी वजह से जेएनयू में छात्रों के बीच हिंसक झड़पें होना शुरू हुईं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

एबीवीपी और जेएनयूएसयू के बीच हिंसा क्यों हुई?मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

जेएनयू परिसर में साल के पहले हफ़्ते में जो हुआ, उसके तार सीधे-सीधे फीस वृद्धि के लिए हुए विरोध प्रदर्शनों से जुड़े हुए हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

साल 2019 के आख़िरी महीनों में हॉस्टल फीस वृद्धि को लेकर जेएनयूएसयू और विश्वविद्यालय प्रशासन आमने-सामने था.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और जेएनयूएसयू दोनों फ़ीस बढ़ोत्तरी के ख़िलाफ़ थे.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

लेकिन धीरे-धीरे दोनों गुटों में दरार आती चली गई और आख़िरकार ये दरार 5 जनवरी को हुई हिंसा के रूप में सामने आई.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

एबीवीपी के छात्र नेता मनीष जांगिड़ इसकी वजह बताते हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

जांगिड़ कहते हैं, "हम पहले भी फीस वृद्धि के ख़िलाफ़ थे और अब भी हैं. लेकिन जब तक ये विरोध प्रदर्शन फीस वृद्धि के ख़िलाफ़ था तब तक हम विरोध कर रहे थे. लेकिन जब इन विरोध प्रदर्शनों में नागरिकता संशोधन क़ानून जैसे मुद्दों का विरोध शामिल हो गया, शिक्षकों के साथ दुर्व्यवहार किया गया. तब हमनें ख़ुद को इससे अलग किया."मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

मनीष जांगिड़ शिक्षकों के साथ दुर्व्यवहार की बात करते हुए नवंबर महीने की उस घटना का ज़िक्र करते हैं जब जेएनयू की एसोसिएट डीन वंदना मिश्रा को बंधक बनाए जाने और उनके साथ हाथापाई करने की ख़बरें आई थीं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

इस घटना के बाद 100 से ज़्यादा शिक्षकों ने जेएनयूटीए से नाता तोड़ते हुए एक नया संगठन बनाया.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

वंदना मिश्रा के साथ हुए बर्ताव पर जेएनयूएसयू से जुड़ीं छात्र नेता अपेक्षा अपना पक्ष रखते हुए बताती हैं, "28 अक्तूबर को इंटर हॉल एडमिनिस्ट्रेशन मीटिंग बुलाए जाने से पहले ही नए हॉस्टल नियमों को लेकर सर्कुलर जारी किया गया. नए नियमों को लेकर छात्रों से सुझाव मांगे गए और छात्रों ने इन नियमों का विरोध किया. इसके बाद 28 अक्तूबर को इंटर हॉल एडमिनिस्ट्रेशन की मीटिंग में छात्रों के प्रतिनिधियों को बुलाए बिना, नए नियमों को पास कर दिया जाता है."मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

"इसके बाद एग्जिक्यूटिव काउंसिल की मींटिग में तीन सदस्यों की अनुपस्थिति में भी ये नए नियम स्वीकार कर लिए जाते हैं. इन नियमों में फीस वृद्धि एक बड़ा मुद्दा था. एबीवीपी ने शुरुआत में ये दिखाने की कोशिश की कि वे फीस वृद्धि के मुद्दे पर छात्रों के साथ हैं. क्योंकि उनका समर्थन करने वाले छात्रों ने इसकी मांग उठाई थी."मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

"लेकिन जब छात्रों ने वंदना मिश्रा से ये सवाल किया कि वे छात्रों के ख़िलाफ़ जाने वाले ऐसे नियमों को पास क्यों करा रही हैं तो एबीवीपी छात्र उन्हें बचाने की कोशिश करते हैं. छात्रों के साथ धक्का-मुक्की करते हैं. इस घटना के बाद जगजाहिर हो गया कि एबीवीपी जेएनयू प्रशासन के साथ मिला हुआ है" मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

Wednesday, January 1, 2020

Самые невообразимые, странные и чудесные новости 2019-го

Поздравим себя: мы пережили еще один наполненный новостями год.

Не все они были, прямо скажем, приятными, так что под занавес вспомним те, что заставили нас улыбнуться. Во многих из них главными героями были братья наши меньшие.

В апреле работники буровой установки, расположенной в 220 км от побережья Таиланда, заметили в воде бурого пса, отчаянно перебиравшего лапами в надежде доплыть до суши. По всей видимости, он жил на одном из рыболовных сейнеров и случайно упал в воду.

Нефтяники спасли его и нарекли Бунродом, что в переводе с тайского означает "спасенный".

А в мае стадо коз выступило в роли спасателей Президентской библиотеки имени Рональда Рейгана. Сотрудники библиотеки, предвидя возможный лесной пожар, взяли на время стадо из 500 проголодавшихся коз, чтобы те съели все лекговоспламеняющиеся кусты, окружавшие здание.

И когда в октябре Калифорния действительно заполыхала, библиотека и ее дальновидные сотрудники могли не беспокоиться за судьбу книжек. Спасибо козам.

В конце августа пятилетняя Люси из Шотландии в одночасье стала медийной звездой после того, как ее мама выложила в соцсети две красноречивые фотографии: "Первый день Люси в школе - до и после". На вопрос мамы, что же она делала такого в школе, Люси пожала плечами: "Ничего особенного, мама!"

Эти фотографии затем перепечатала ведущая шотландская газета, а оттуда они уже разлетелись по миру. Ох, уж эти мамы.

Прославился и британец Эди Окоро (правда, без помощи мамы), который в течение месяца делал втайне от своей подружки фотки, на которых запечатлевал за ее спиной купленное ей обручальное кольцо.

Девушка не имела ни малейшего представления о том, что происходит, а Эди все ждал наилучшего момента для того, чтобы сделать предложение руки и сердца, и в итоге дождался. Хэппи-энд и тысячи просмотров.

37-летняя британка Сара Томас вошла в историю, четырежды без остановки переплыв Ла-Манш, на что у нее ушло 54 часа и 10 минут.

Она сделала это спустя год после завершения лечения рака груди. Во время заплыва ее постоянно жалили медузы, но на решимость отважной британски это никак не повлияло.

Но еще более удивительный рекорд поставила 35-летняя британская ветеринар Ясмин Парис. В январе 2019-го года она приняла участие в забеге на 268 миль (431 км) и побила рекорд на целых 12 часов.

На забег по Пеннинским горам у границы Англии и Шотландии у нее ушло 83 часа 12 минут и 23 секунды. Будучи кормящей матерью, она периодически останавливалась и откачивала грудное молоко. У нее были галлюцинации. Она спала всего три часа. И к тому же писала в это время диссертацию.

Автор рекламных текстов Джош Томпсон сразу почувствовал недоброе, как только его позвали на серьезный разговор с начальством. К тому же менеджеры настаивали, чтобы он привел с собой на эту встречу кого-то из близких для моральной поддержки - так в Новой Зеландии положено по закону, если сотруднику собираются сообщить неприятное известие.

Однако вместо того, чтобы прийти с кем-то из членов семьи, другом или, на худой конец, с любимым питомцем, Джош заказал услуги клоуна по имени Джо за 200 новозеландских долларов (117 евро), который во время этой судьбоносной встречи сидел и крутил из воздушных шариков разных животных.

Оригинальный подход продемонстрировала и японская студентка Эйми Хага, изучающая историю ниндзя. Она подала вместо своей курсовой работы чистый лист.

Но профессор оказался не лыком шит и догадался, что на самом деле Эйми написала сочинение с использованием техники "абуридаси" - письма невидимыми чернилами, которым пользовались ниндзя. Зачет.

Джордану Киньере было всего шесть лет, когда его отец в судебной тяжбе потерял свой кусок земли в Уганде.

Это коренным образом изменило жизнь его семьи и повлияло на выбор профессии Джордана - он стал юристом. И отвоевал через суд наследные земли своей семьи - спустя 23 года.

Таксист из Дурбана в Южной Африке 27-летний Мензи Мнгома в мае исполнил знаменитую арию Верди La donna è mobile, чтобы развлечь свою пассажирку.

Она же сняла это на телефон и выложила в соцсети. Видео посмотрели более 660 тыс. раз, а Мнгому сразу пригласили на прослушивание в Кейптаунскую оперу.

Когда в начале 2019 года британские археологи начали изучать не известный им до этого каменный круг, то они сперва было решили, что перед ними тысячелетняя находка. Алфордский круг - как его нарекли по названию ближайшего городка Алфорд на северо-востоке Шотландии - исключительно хорошо соранился и обладал уникальной конструкцией, отмечали специалисты.

Восторги не утихали до тех пор, пока с ними не связался местный фермер и не сообщил, что эту "уникальную конструкцию" сложил он сам 20 лет назад. Просто скучно стало.

Когда южноафриканский сатирик Тревор Ноа представлял фильм "Черная пантера" на церемонии вручения премии "Оскар" в феврале, то он решил сказать несколько слов на одном из языков Южной Африки - кхоса.

"Abelungu abazi ubu ndiyaxoka," - сказал он и перевел: "В нынешние времена мы сильнее, когда мы воюем вместе, чем когда мы пытаемся сражаться поодиночке".

Но на самом-то деле эта фраза имеет совсем другой смысл и переводится как: "Белые люди не понимают, что я вру". Это была шутка, но никто из присутствовавших ее не понял.

独家对话王广发:国内疫情的反弹风险点在哪?

  中新网北京4月20日电(杨雨奇)绥芬河口岸告急 4月中旬, 色情性&肛交集合 全球多个疫苗团队 色情性&肛交集合 宣布取得进展的同时, 色情性&肛交集合 中国宣布第一波疫情已经得到控制, 色情性&肛交集合 中国在全球的新冠研究 色情性&肛交集合 的临床试验立项占比从 色情性...